Year 09 (02) Vol. XVIII: ISSN-0976-8149: |
Topic |
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Contributer |
Self-Management : The Nucleus Of Management Science In Ancient India
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Dr. Khagendra Patra
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Vegetarians and Health Management |
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Dr. Meera Pal
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Medical Tourism in Uttar Pradesh |
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Dr. Mahendra Pal Singh |
Study of Socio-Economic Status And Sports Performance of Different Level Players |
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Dr. Chhannu Lal |
Arts,Craft and Trade In Awadh :Progress, Patronage and Impediments
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Dr. Saumya Sengupta |
Poverty Eradication Programs: Implementation in India
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Shyam Mishra |
Signature of Women Historians : An Historiographical Approach
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Vandana Verma |
Buddhist Art in India and China: A Comparative Study
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Dr. Usha Yadav |
Exploring Sitamarhi,Bihar asTourist Destination-An Exploratory Study |
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Abhishek Kumar Maurya
Mandeep Bharti |
Changing Nature of Photography Business in Gorakhpur City |
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Vagmita |
राष्ट्रीय स्वतन्त्राता आन्दोलन में महर्षि अरविन्द का योगदान |
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डाॅ. दिवाकर त्रिपाठी |
अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीशों का निर्वाचन एवं
भारतीय न्यायाधीश |
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डाॅ0 निशा जायसवाल |
डाॅ0 भीमराव अंबेडकर के आर्थिक विचारों की सार्थकता |
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डाॅ0 प्रेम नारायण यादव
रेखा यादव |
संस्कृत नाट्य-स्वरूप-निरूपण
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डाॅ0 मधु सत्यदेव |
जीव-चिकित्साअपशिष्ट प्रबन्धन: एक विधिक अध्ययन |
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डाॅ0 वेद प्रकाश राय
.अर्चना तिवारी |
कालिदास की काव्यशास्त्राीय दृष्टि
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डाॅ0 सूर्यकान्त त्रिपाठी |
प्रधानमंत्राी मोदी की विदेश नीति के विविध आयाम
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डाॅ0 ममता मणि त्रिपाठी |
गुलापंथ के सन्त कवियों का ब्रह्म-चिन्तन
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डाॅ0 सत्यप्रकाश त्रिपाठी |
भारत में चुनाव सुधारों की आवश्यकता
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डाॅ0 राजेश सुभाष चालीकवार |
प्रयागराज के वर्तमान रूपककार
और उनकी नाट्यकृतियाँ
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डाॅ0 हीरालाल पाण्डेय
डाॅ0 गीता त्रिपाठी |
मध्य नैयायिक भासर्वज्ञ
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डाॅ0 के0के0 पाण्डेय |
लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण की अवधारणा
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पंकज सिंह |
प्रशासन में जन सहभागिता एवं पारदर्शिता
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डाॅ0 राम प्रीति मणि त्रिपाठी |
भारतीय लोकतन्त्रा एवं सूचना का अधिकार
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डाॅ0 योगेन्द्र कुमार विकल |
सामाजिक स्तरीकरण के निर्धारक तत्त्वों की प्राच्य भारतीय
अवधारणा
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डाॅ0 ऋतेश त्रिपाठी |
जय प्रकाश नारायण का माक्र्सवादी चिन्तन
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डाॅ0 ब्रजेश स्वरूप सोनकर |
डाॅ0 सुशील कुमार पाण्डेय ‘‘साहित्येन्दु’’ कृत प्रबन्ध काव्यों
में यज्ञसंस्कृति
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डाॅ0 वन्दना त्रिपाठी
डाॅ0 दिनकर त्रिपाठी |
सामाजिक समरसता, सफल कूटनीतिज्ञ तथा अद्भुत् व्यक्तित्व के धनी महाराणाप्रप्रताप
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वंदना गिरि
डाॅ0 अनिल कुमार सिंह |
स्वयं प्रकाश की कहानियाँ - प्राकृतिक पर्यावरण के संदर्भ में
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रश्मि निषाद |
राजस्थानी चित्राकला व मुगल चित्राकला का तुलनात्मक अध्ययन |
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सन्तोष त्रिपाठी |
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